ऐसे बहुत से व्यवसाय हैं जिन्हे किसान खेती के साथ साथ शुरू कर काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इन्ही में से एक है पशुपालन। किसान चाहें तो खेती के साथ साथ पशुपालन कर अपनी आमदनी को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं। लेकिन फार्म शुरू करते समय किसानों के सामने सबसे बड़ी चुनौती होती है सस्ते और बढ़िया पशु खरीदना। 

क्योंकि किसानों को पशु खरीदने के लिए कई जगह घूमना पड़ता है तब जाकर अच्छी नस्ल की भैंस मिलती है । जिसमे उनका समय और पैसा दोनों काफी बर्बाद होता है। लेकिन कई बार काफी दूर तक जाने के बाद भी किसानों को बढ़िया पशु नहीं मिल पाते।

कई बार तो  किसानों को पशु खरीदने के बारे में ज्यादा जानकारी भी नहीं होती जिसके चलते उनके साथ कई बार ठगी हो जाती है। लेकिन किसान पशुपालक भाइयो अगर आप डेयरी फार्मिंग शुरू करने का सोच रहे हैं तो अब आपको पशु खरीदने के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी यहाँ हम आपको एक ऐसी ऑनलाइन एप के बारे में जानकारी देंगे जिनसे आप अपने घर बैठे दुधारू पशु खरीद सकते हैं। साथ ही इनसे पशु खरीदने पर आपको ठगी का सामना नहीं करना पड़ेगा और आपको काफी फायदे भी  होंगे । 

जी हां, हम आपको एक ऐसी मोबाईल एप तथा वेबसाईट के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जहाँ से आप घर बैठे ही लाखों पशु देख सकते हैं और काफी सस्ते में बढ़िया  नस्ल मुर्रा भैंस जैसे दुधारू पशु खरीद सकते हैं।

यानि अब ना तो आपको पशु खरीदने के लिए कहीं जाना पड़ेगा और ना ही दलालों को पैसे देंगे पड़ेंगे। आपको बता दें कि इस एप का नाम है Merapashu360 और आप इसे प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप को चलाना भी काफी आसान है और हर कोई किसान इसे आसानी से चला सकता है और मनपसंद पशु चुन सकता है। इसके साथ आप किसान पशुपालक पशु से संबंधित चीज भी आसानी से घर बैठे मँगवा सकते हैं । 

ऑनलाइन माध्यम से भैंस की कौन से नस्ल है सबसे दमदार 

वैसे तो भैंस की काफी नस्ल पाई जाती है लेकिन व्यवसायिक डेरी में आजकल अधिकांश मुर्रा भैंसों को प्रयोग में लाया जाता है। मुर्राह नस्ल विश्व की सबसे अधिक दुग्धोत्पादन करने वाली भैंस है जिसको हरियाणा राज्य का गौरव कहा जाता है। उच्च विक्रय दाम होने के कारण मुर्राह भैंस को हरियाणा का काला सोना कहते हैं। दिल्ली के आसपास होने के कारण इसे दिल्ली नस्ल भी कहते हैं। इस नस्ल के झोटों को भारी बोझा ढोने के कार्य में उपयोग करने के कारण इसे एशिया का ट्रैक्टर भी कहते हैं।

रोहतक, जींद एवं हिसार जिलों में उच्च दुग्धोत्पादन करने वाली मुर्राह भैंसों की संख्या है जिनको निर्यात किया जाता है। मुर्राह भैंसों की एक ऐसी नस्ल है जिसका विश्व में सबसे ज्यादा फैलाव हुआ है।

मुर्रा भैंसों की शारीरिक विशेषताएं :-

शरीर का आकार : शरीर भारी व गठीला, शरीर की त्वचा अपेक्षाकृत चिकनी व मुलायम तथा अन्य भैंसों की अपेक्षा शरीर पर कम बाल, मादा पशुओं का शरीर आगे से पतला और पीछे भारी तथा चौड़ा (तिकोना)। पीठ चौड़ी तथा छोटी जो सामने की ओर ढालू और पतली होती है। शरीर की चमड़ी मुलायम होती है जिस पर अपेक्षृता कम बाल होते हैं।

रंग : मुर्राह भैंस के शरीर एवं बालों का रंग गहरा काला होता है। पूँछ के बाल नीचे से सफेद या काला होता है। चेहरे एवं टांगों पर सफेद रंग के धब्बे हो सकते हैं जिनको आमतौर पर पसन्द नहीं किया जाता है।

जीभ: मुर्राह नस्ल की भैंसों की जीभ का रंग काला होता है।

सिर : मुर्राह भैंसों का सिर अपेक्षाकृत छोटा एवं हल्का होता है।

माथा : मुर्राह भैंसों का सिर अपेक्षाकृत छोटा होता है।

सींग : मुर्राह नस्ल की भैंसों के सींग अन्य नस्ल की भैंसों से अलग छोटे एवं खुण्डेहोते हैं। सींग सिर के पीछे से ऊपर की ओर ऊठ कर कुंडलित हो कर अन्दर की ओर मुड़ जाते हैं, जिनको सामान्य बोलचाल की भाषा में खुण्डे सींग कहते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है तो सींगों में खुलापन आने के साथ-साथ उनका कुंडल भी बढ़ता जाता है।

चेहरा : मुर्राह भैंसों का सिर अपेक्षाकृत लम्बा होता है।

थूथन: थुथन का रंग काला होता है।

आँखें : आँखों व पलकों का रंग काला होता है। आँखों में सफेद रंग होना शुद्ध नस्ल की मुर्राह नहीं माना जाता है।

कान  : कान आमतौर पर क्षैतिजिय (Horizontal) होते हैं।

गर्दन : हल्की लेकिन अपेक्षाकृत लम्बी होती है।

गलकम्बल  : नहीं होता है।

नाभि–सूत्र : आमतौर पर मुर्राह भैंसों में नाभि-सूत्र नहीं होता यदि होता है तो ना के बराबर ही होता है।

टांगे  : पैर छोटे लेकिन मजबूत होते हैं।

खुर : मुर्रा नस्ल के खुर चौड़े वाले काले या कम गहरे काले होते हैं।

कंधे का कूबड़ : मुर्राह भैंसों में कंधे पर कूबड़ नहीं होता है लेकिन यह भाग थोड़ा उभरा हुआ होता है।

पूँछ : पूँछ घुटनों  तक लम्बी व पूँछ के नीचे के काले या सफेद होते हैं लेकिन 8.0 ईंच से ज्यादा सफेद नहीं होने चाहिए।

लेवटी व थन : अयन पूर्ण रूप से विकसित, जिस पर टेड़ी-मेड़ी दुग्ध सिराएं होती है। अयन आगे और पीछे की ओर दोनों तरफ फैला हुआ होता है। थन दूरी पर होते हैं। आगे के थनों की अपेक्षा पीछे के थन के लम्बे होते हैं।

शारीरिक नापतोल क्या है ?

शारीरिक ऊँचाई  : मुर्रा नस्ल की भैंस की औसत ऊँचाई 132 सेंटीमीटर जबकि झोटे की 142 सेंटीमीटर होती है।

शारीरिक भार : मुर्राह नस्ल की भैंसों का औसत भार 450 किलोग्राम जबकि झोटे का 550 किलोग्राम होता है।

शारीरिक लम्बाई : भैंस की औसत लम्बाई 3 जबकि झोटे की 149.8 सेंटीमीटर होती है। 

ऑनलाइन पशु बाजार Merapashu360 के माध्यम से मुर्राह भैंसों को अब कम कीमत पर आप घर बैठे खरीद सकते हैं। ऑनलाइन पशु बाजार के माध्यम से मुर्राह भैंसों को अब कम कीमत पर आप घर बैठे खरीद सकते हैं। और इसका माध्यम काफी आसान होता है। और यह एप आपके काफी काम की है। तो इसे डाउनलोड करें और मुर्रा भैंस ऑनलाइन खरीदें।